आप सब जानते है कि आज प्रतिस्पर्धा के समय मे किसी को कोई भी वस्तु बेचना कितना मुश्किल है, यह मैं इस लिए कह रहा हूं की फिछले आठ वर्षों से मैं सेल्स के फील्ड में जॉब कर रहा हूं। यह बात मैं अपने आठ वर्षों के अनुभव से आप लोगो के साथ साझा कर रहा हूं ।
यदि आप किसी कंपनी के सेल्स पर्सन है या आप अपना स्वम का कोई प्रोडक्ट मार्किट में सेल(बेचना) करना चाहते हो तो कुछ बातों को ध्यान रखे तो काफी हद तक हम अपने प्रोडक्ट को मार्किट में सेल कर सकते है। दोस्तो अगर आप सेल्स में कोई मुकाम पाना चाहते हो तो एक शब्द हमेसा याद रखो "PASSION" जी है आप ने सही पढ़ा, आप सबको पता है कि PAISSION का अर्थ होता है " जुनून" यदि आप के अंदर जुनून है तो आप कुुुछ भी कर सकते है। लेकिन यहाँ मैंं आप को "PASSION" शब्द से कुुुछ और भी बताना चाहता हूं जिससे आप अपने सेल्स स्किल्स को बढ़ा सकेते है,जो इस प्रकार है..
P= PLANNING AND PREPRATION
(योजना और तैयारी)
A= ACKNOWLEDGE & GREET
(अभिवादन या नमस्कार)
S= STORE STOCK CHECK
( स्टोर स्टॉक की जाँच)
S= SELL & SECURE
(बिक्री और बिक्री की मान्यता)
I= INSTORE MERCHANDISING
(इनस्टोर मर्चेडाइजिंग )
O= ORGANISE
( व्यवस्थित काम करे)
N= NOTIFY MARKET DATA
( मार्केट देता को सूचित करना)
P= PLANNING AND PREPRATION (योजना और तैयारी) :- अगर हम बिना योजना और तैयारी के मार्किट में जाएंगेे तो हम अपने प्रोडक्ट को सही से सेल नही या सही से कॉल नही कर पाएंंगे । आप को मार्किट जाने से पहले उस मार्किट के बारे में जानकारी होनि चाहिए केे वहा किस दुुकान पे हम अपने प्रोडक्ट को सेल , उस मार्किट की किसी दुकानदार की समस्या और उसका समाधान, पिछले सप्ताह का आर्डर गया कि नही,अगर गया नही तो क्यों , आदि बातो के बारे मेंं हमे जानकारी होनि चाहिए ।यह सब कार्य मार्किट जाने से पहले कर लेना चाहिए।
A= ACKNOWLEDGE & GREET
(अभिवादन या नमस्कार):- आप जब आप किसी दुकान पर कॉल करने जा रहे है तो सर्वप्रथम आप को उस दुकानदार के बारे में जानकारी हो नई चाहिए कि वह की प्रवृति व्यक्ति है । जब आप दुकान मालिक से मिले तो उन्हें आदर सहित नमस्कार, नमस्ते करे उनका हाल चाल पूछे । फिर उसके बाद आर्डर लेने की कोसिस करे।
S= STORE STOCK CHECK
( स्टोर स्टॉक की जाँच):- मार्किट जाने से पहले यह जरूर चेक कर ले कि हमारे पास कितनी मात्रा में माल है । जिससे आप को मार्किट में आसानी रहेगी कि हमे कितना आर्डर लेना है। अन्यथा मान लीजिए आप मार्किट गए और आप आर्डर ले आये 10 पेटी का और शाम के समय जब आप आर्डर डिस्ट्रीब्यूटर को देते है तो आप को बोलता है कि मेरे पास तो सिर्फ 5 पेटी ही है। तो क्या होगा आप को कुछ आर्डर रद्द करना पड़ेगा । अब आप जिस दुकानदार का ऑर्डर रद्द करेंगे तो आप का उस से रिलेशन खराब होगा और जब अगली बार आर्डर लेने जाएंगे तो तो आप को आर्डर देने से माना भी कर सकता है।
S= SELL & SECURE
(बिक्री और बिक्री की मान्यता):- हमारा काम इतना ही नही होना चाहिए कि ऑर्डर ला के डिस्ट्रीब्यूटर को दे दिया और काम खत्म , तो बिल्कुल नही हमे पूरा पता होना चाहिए कि जो ऑर्डर ले के आये है ओ मार्किट में गया कि नही अगर गया नही तो क्यों नही गया जिसका समाधान हो सके।
I= INSTORE MERCHANDISING
(इनस्टोर मर्चेडाइजिंग ):- अगर आप के पास कोई प्रोडक्ट से समन्धित विज्ञाप (पोस्टर) है तो आप को कोशिश ये करना चाहिए कि उसे ऐसी जगह लगाए की सबको दिख सके साथ हमे यही देखना चाहिए कि हमारा प्रोडक्ट दुकान में कही कोने में नही रखा है। दोस्तो इंडिया में जो दिखता है वही बिकता है।
O= ORGANISE
( व्यवस्थित काम करे):- हमे मार्किट समय से निकलना चाहिये स्टॉक , आर्डर की स्थिति क्या है, समय से ऑर्डर , आदि बातो का ध्यान रखना चाहिए । हमारी ड्रेस अछि होनी चाहिए, हमे साफ सुथरा रहने चाहिए।
N= NOTIFY MARKET DATA
( मार्केट देता को सूचित करना):- हमे अपने प्रोडक्ट की डिमांड कैसी है या कस्टमर हमारे प्रोडक्ट के बारे में क्या सोचता है , हमारे पास क्या स्टॉक है, क्या मार्किट में समस्या है, हमारे प्रतिस्पधा के बारे में आदि बातो का डेटा अपने सीनियर से साझा रोज करना चाहिए।
दोस्तो अगर हम इन बातों का ध्यान रखते है तो निश्चित ही हम एक सफल सेल्स पर्सन बन सकते है।
अगर आप को और भी कुछ लगता है तो हमे कॉमेंट करे का बताये
धन्यवाद